Photo source- facebook/kamaljoshi
छोटा था मैं
और ले कर जाता था फुलकंडी ,
और ढूंढा करता था
फ्योंली के पीले पीले फूल.
सूरज के आगमन से पहले
ले कर आने होते,
सजाने के लिए,
घर की दहलीज.
आज एक बच्चे से पूछा
कभी सुना है फुलकंडी के बारे में,
वो मुस्कुराते बोला
ये क्या होता है..?
लगा की बहुत कुछ
खो दिया हमने
बहुत कुछ पाने के चक्कर में....
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